पोर्टा केबिन स्कूलें छत्तीसगढ़ में नहीं होंगी बंद – टेकाम

रायपुर
कोरोना महामारी के कारण छत्तीसगढ़ में संचालित हो रही पोर्टा केबिन स्कूले भले ही बंद रही लेकिन कोरोना महामारी की रफ्तार थमने के बाद इसे पुन: प्रारंभ कर दिया है और राज्य सरकार के द्वारा इन्हें बंद करने की कोई योजना नहीं बन रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बंद 330 स्कूलों में से 260 शाला 16 जून से पुन: प्रारंभ होगी है, शेष 70 शालाओं को प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा है। उक्त बातें आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने भाजपा विधायक अजय चंद्राकर द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में दिए।
मंत्री डॉ. टेकाम ने बताया कि शिक्षण सत्र 2019-20 में 01 अप्रैल 2019 से 15 मार्च 2020 तक पोर्टा केबिन खुले थे। सत्र 2020-21 में कोविड-19 के कोप से पोर्टा केबिन बंद थे, सत्र 2021-22 में 02 सितम्बर 2021 से 31 मार्च 2022 तक पोर्टा केबिन संचालित थे। शिक्षण सत्र 2019-20 में 11 माह 15 दिवस एवं 2021-22 में 07 माह पोर्टा केबिन की कक्षाएं चली। सत्र 2019-20 में 16 मार्च 2020 से 31 मार्च 2020 तक, सत्र 2020-21 में 01 अैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक तथा सत्र 2021-22 में 01 अप्रैल 2021 से 01 सितम्बर 2021 तक पोर्टा केबिन बंद थे। इस दौरान केंद्रांश व राज्यांश से प्राप्त राशि का व्यय सत्र 2019-20 एवं 2021-22 में संस्थाओं में कार्यरत् कर्मचारियों का मानदेय, बच्चों का भोजन,शिष्य वृत्ति,विद्युत,चिकित्सा व्यवस्था, मेन्टेनेंस मद में तथा शिक्षण सत्र 2020-21 में केवल पोर्टा केबिन में कार्यरत कर्मचारियों का मानदेय,शिष्य वृत्ति, विद्युत पर व्यय किया गया।
चंद्राकर द्वारा पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री डा. टेकाम ने बताया कि प्रदेश में नक्सलियों से प्रभावित 330 स्कूल थे, जिनमें से 260 शाला 16 जून से पुन: प्रारंभ कर दिया गया है। जिनमें 11013 बच्चे अध्यनरत् है। शेष 70 शाला को प्रारंभ करने का पुन: प्रयास किया जा रहा है। पोर्टा केबिन का संचालन यथावत है तथा इन्हें बंद करने की कोई योजना नहीं बन रही है।