आरोपी मुर्तजा अब्बासी पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम लगाने की भी तैयारी
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई बड़ी चीजें सामने आती जा रही हैं। आरोपी से संबद्ध पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इन सभी को कट्टरपंथी बताया जा रहा है। साथ ही, आरोपी की हर गतिविधि की जानकारी इन्हें होने की भी बात कही जा रही है। आरोपी मुर्तजा अब्बासी पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) लगाने की भी तैयारी की जा रही है। आरोपी पर बढ़ते शिकंजे ने उसे परेशान कर दिया। मुर्तजा पर अब आरोप लगा है कि उसने इलाज करने वाले डॉक्टर पर हमला बोल दिया। इसके अलावा पूछताछ करने वाले पुलिसकर्मी पर भी उसके हमले का आरोप लगा है।
गोरखपुर हमले के आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी से लगातार पूछताछ चल रही है। इस मामले में शुक्रवार को भी उससे पूछताछ हो रही थी। इस दौरान उसने इंस्पेक्टर स्तर के एक अधिकारी पर हमला कर दिया। मिल रही जानकारी के मुताबिक मुर्तजा ने पुलिस अधिकारी के चेहरे पर अपने नाखून मार दिए। इस हमले में इस्पेक्टर घायल हो गए। इसके उसने एक अन्य पुलिसवाले को प्लास्टर लगे हाथ से कोहनी मारी। वह पुलिसकर्मी दीवान बताया जा रहा है। इसके अलावा मुर्तजा पर डॉक्टर से भी बदतमीजी करने का आरोप लगा है।
देश में शरिया कानून चाहता था मुर्तजा
आईआईटी बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग कर चुका मुर्तजा देश में शरिया कानून चाहता था। यह बात उसने पुलिस से पूछताछ के दौरान कही। पहले मुर्तजा के परिजनों ने उसके मानसिक स्वास्थ्य खराब होने की बात कही थी। अब पूछताछ में कई अहम बिंदु निकल कर सामने आ रहे हैं। पूछताछ के दौरान वह बिलबिला रहा है। पूछताछ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ हमलावर हो रहा है। पूछताछ में उसने यह भी माना है कि उसके हमने की मुख्य वजह क्रूरता को दिखाना था। वह इस घटना को लेकर उसकी मंशा क्रूरता की बड़े स्तर पर चर्चा होने की थी।
यूएपीए लगने के बाद एनआईए करेगी जांच
मुर्तजा पर यूएपीए लगने के बाद मामले की जांच एनआईए करेगी। इसके लिए तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। मुर्तजा ने एटीएस से पूछताछ में बताया है कि विदेश में बैठे आकाओं ने ही बम की जगह बांके या धारदार हथियार से हमला करने का निर्देश दिया था। उसने माना है कि हमले से पहले उसने अपने मोबाइल और लैपटॉप से कई अहम जानकारियों को डिलीट कर दिया था।
मुर्तजा के खुलासों से बढ़ा है मामला
मुर्तजा के खुलासों ने मामले को बढ़ा दिया है। इसको देखते हुए उस पर यूएपीए लगाने की तैयारी की जा रही है। गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मामले की जांच यूपी एटीएस और एसटीएफ को दी थी। यूपी एटीएस ने गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला मामले में पकड़े गए मुर्तजा की पूछताछ की है। इसके बाद अब उस पर यूएपीए लगाया जाएगा। इसके तहत पुलिस आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहने या इस प्रकार की गतिविधियों के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने वालों पर मामला दर्ज करती है। इसकी जांच एनआईए की ओर से की जा जाती है।