अमेठी में दांव पर हैं स्मृति और प्रियंका की प्रतिष्ठा, राजनीति में शीर्ष पर स्थापित हैं दोनों महिलाएं
अमेठी
देश की राजनीति में शीर्ष पर स्थापित दो महिलाओं की प्रतिष्ठा अमेठी में दांव पर है। विस चुनाव में जनता की अदालत का फैसला अपने पाले में लाने के लिए दोनों महिलाओं की ओर से सियासी बिसात बिछाई जा रही है। जहां महिलाओं के दिल में जगह बनाने के लिए प्रियंका वाड्रा- लड़की हूं, लड़ सकती हूं…नारे के साथ नारी शक्ति की एक जुटता के लिए पूरे प्रदेश में मेहनत कर रही हैं। उनका विश्वास है कि महिलाओं के सहारे देश की सियासत बदली जा सकती है। वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जनता का विश्वास अपने पक्ष मेें बनाए रखने के लिए पार्टी के कार्यकताओं प्रेरित कर उन्हें जनता से परस्पर संपर्क में रहने को कहा है। ताकि विकास कार्याें व संचालित योजनाओं की जानकारी घर-घर पहुंच सके।
योगी का देना है पांचों सीट
स्मृति ईरानी और भाजपा संगठन का केवल और केवल एक मंत्र हैं, जीत। यूं तो अमेठी जिले में केवल चार विधान सभा सीट गौरीगंज, तिलोई, अमेठी और जगदीशपुर है। पर, लोकसभा में रायबरेली की सलोन विधान सभा भी शामिल है। इन पांचों सीटों पर पार्टी का विजय सुनिश्चित करने का संकल्प पर संगठन ने काम शुरू कर दिया है।
पुरुषों से सिर्फ 23 हजार कम महिलाएं
जनपद की चारों विधान सभा में मतदाताओं की संख्या 22 लाख, 89 हजार, 494 है। जिनमें 11 लाख, 30 हजार, 421 मिलाएं हैं। वह पुरुषों से केवल 28 हजार 652 मत पीछे हैं। तिलोई में दो लाख, 88 हजार, 286, अमेठी में दो लाख, 62 हजार, 858 गौरीगंज में दो लाख, 81 हजार 701 और जगदीशपुर में दो लाख 97 हजार 576 मिहिला वोटर हैं। इन्ही महिला मतदाताओं पर नजर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की है। उनसे वह भावनात्मक रिश्ता बनाने की कोशिश में हैं।
2012 में दो तो 2017 में शून्य पर आ गई कांगेस
कांग्रेस के पास 2012 के विस चुनाव में दो सीट जगदीशपुर व तिलोई थी। गौरीगंज व अमेठी पर सपा का कब्जा रहा। 2017 का विधान सभा चुनाव हुआ तो पार्टी का प्रदर्शन बेहतर होने के बजाय, बिखर गया। अमेठी , तिलोई व जगदीशपुर में भाजपा और गौरीगंज में सपा ने विजय प्राप्त किया।