गोरक्षपीठ की तीन पीढ़ियों से ‘अयोध्या’ का नाता, सीएम योगी के गुरु महंत दिग्विजय नाथ ने निभाई बड़ी भूमिका

अयोध्या
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने यदि अयोध्या विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने के लिए मन बनाया है तो यह चौंकाने वाली बात कतई नहीं है। दरअसल अयोध्या का गोरक्ष पीठ से तीन पीढ़ियों का नाता है। उनके बाबा गुरु व तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत दिग्विजय नाथ महाराज ने देश की आजादी के बाद 1949 में रामजन्मभूमि में रामलला की प्रतिष्ठा में बड़ी भूमिका अदा कर चुके हैं। यह उन्हीं का प्रभाव था कि तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट केके नैय्यर ने शासन के फरमान को मानने से इनकार कर दिया और मूर्ति हटवाने के बजाय स्थान की कुर्की कर रिसीवर नियुक्त करा दिया था।
पुन: 1984 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ महाराज की अध्यक्षता में श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति की ओर से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत हुई। सबसे पहले जनजागरण के लिए सितम्बर 84 में सीतामढी बिहार से दिल्ली तक रथयात्रा निकाली गयी। 31 अक्तूबर 84 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के कारण रथयात्रा नोएडा में ही रोक दी गयी। फिर पहले चरण में रामजन्मभूमि का ताला खोलने को लेकर आंदोलन छिड़ा।