अरपा नदी में निर्माणाधीन बैराज तय समय में होंगे पूरे – रविंद्र चौबे
नगर विधायक शैलेष पांडेय ने जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात
100 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे बैराज निर्माण के बाद 12 महिनों रहेगा पानी
बिलासपुर
अरपा नदी में दो बैराज निर्माणाधीन है, नगर विधायक शैलेष पांडेय जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे से मुलाकात की, उन्होंने कहा अरपा में निर्माणाधीन बैराज तय समय सीमा में पूरे किए जाएंगे।
जानकारी देते हुए नगर विधायक शैलेश पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जल संसाधन मंत्री श्री रविंद्र चौबे द्वारा अरपा में दो बैराज बनाए जाने की स्वीकृति उपरांत निर्माण कार्य शुरू हो गया है, इसमें से एक शिवघाट और दूसरा पचरीघाट में बैराज निर्माण का कार्य चल रहा है, मंत्री रविंद्र चौबे ने तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश अधिकारीयों को दिए, अरपा में पानी साल भर रोका जा सकेगा और बिलासपुर शहर के साथ अंचल के लोगों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
विधायक श्री पांडेय कहा कि बिलासपुर की जनता की मनोकामना हुई पूरी हो गई है, बैराज निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पिछले 15 सालों में शहर के लोगों को टेम्स और साबरमती की तरह बनाने का नदी का सपना दिखा कर ठगा गया है, और इन 15 सालों से बिलासपुर की जनता पानी के लिए तरस रही थी, अरपा नदी का जलस्तर तेजी से नीचे गिर गया है और इस अरपा नदी को संरक्षित संवर्धित और इसके सौंदर्यीकरण के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया गया था। 15 सालों से भाजपा की सरकार ने बिलासपुर के लोगों को ठगा है, और अरपा लगातार सूखती जा रही थी,
लेकिन कांग्रेस ने एनीकट और बैराज निर्माण को अपने घोषणा पत्र में प्राथमिकता से रखा था । सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने मेरी मांग पर विधानसभा में दो बड़े बैराज निर्माण की घोषणा की थी। शिव घाट और पचरीघाट पर दो बड़े बैराज निर्माण किए जा रहे हैं, जिससे अरपा के पानी को रोका जा सकेगा और आज की सूखी अरपा में अब 12 महीने पानी रहेगा जिससे बिलासपुर शहर के लोगों की पानी की समस्या दूर हो जाएगी। विधायक शैलेश पांडेय ने बिलासपुर की जनता की ओर से सभी का आभार जताया है।
शिव घाट बैराज और पचरीघाट बैराज की जानकारी
विधायक शैलेश पांडेय ने बैराज की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अरपा नदी में 100 करोड रुपए की लागत से शिव घाट और पचरीघाट में जल संसाधन विभाग द्वारा दो बड़े बैराज बनाया जा रहा है
शिवघाट बैराज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बन रहे बैराज में योजना का जल ग्रहण क्षेत्र 1998 वर्ग किलोमीटर, बैराज की लंबाई 334 मीटर, ऊंचाई 3.50 मीटर, जल भराव क्षमता 1.80 मि.घ.मी, नदी का अधिकतम जल बहाव स्तर 261.14 मीटर, नदी तल की ऊंचाई 257.80 मीटर, नदी का स्लोप 1: 1020, स्कावरिंग गेट की संख्या/आकार 4 नग/12 मी. × 3.50 मी. बैराज गेट की संख्या /आकार 20 नग/12 मी. × 2.90 मी. एवं सड़क की चौड़ाई 7.50 मी है
जबकि पचरीघाट बैराज में योजना का जल संग्रहण क्षेत्र 2000 वर्ग की.मी, लंबाई 278 मी., उंचाई 3.50 मी., बैराज की जल भराव क्षमता 1.20 मि.घ.मी, नदी का अधिकतम जल बहाव स्तर 260.00 मी., नदी तल की उचांई 255.20 मी., नदी का स्लोप 1:560, स्कावरिंग गेट की संख्या/आकार 4नग/12×3.50 मी.,बैराज गेट की संख्या /आकार 16नग/12 मी. × 2.90 मी. और सड़क की चौड़ाई 7.50 मी. है
विधानसभा में गूंजती रही अरपा बैराज की मांग – हर सत्र में आवाज़ उठाई
नगर विधायक शैलेष पाण्डेय के द्वारा प्रारंभ से ही अरपा में बैराज निर्माण का कार्य प्रथमिकता में रहा, इसके लिए उन्होंने विधानसभा के हर सत्र में लगातार बैराज निर्माण की आवाज़ उठाई और मांग दोहराई, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे को बिलासपुर में अरपा नदी में बैराज निर्माण को लेकर लगातार संपर्क में रहें, आखिरकार विधानसभा सत्र के दौरान नगर विधायक की मांग को सरकार ने पूरा करते हुए 100 करोड़ रुपये की लागत से दो बड़े बैराज निर्माण की घोषणा की थी।