सुमित शर्मा, सीहोर
सीहोर नगर पालिका वार्ड नंबर 30 में हुए उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के सभी दांव धराशाही हो गए। कोई भी नेता अपनी साख नहीं बचा सका। नगरीय निकाय चुनाव में वार्ड नंबर 30 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, लेकिन पार्षद के निधन से यह सीट रिक्त हुई थी। इस पर उपचुनाव हुए, लेकिन इस उपचुनाव में न तो कांग्रेस के नेताओं का जादू चला और न ही भाजपा विधायक, जिलाध्यक्ष सहित अन्य किसी नेता की साख काम आई। यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे इशरत इरशाद पहलवान ने चुनाव जीतकर भाजपा-कांग्रेस प्रत्याशियों को धूल चटा दी।
भाजपा-कांग्रेस के लिए साख का सवाल बने नगर पालिका वार्ड नंबर 30 के उपचुनाव के परिणामों ने दोनों दलों के नेताओं की चुनावी तैयारियों की पोल खोल दी है। एक तरफ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती सहित अन्य नेताओं ने वार्ड 30 में जमकर प्रचार-प्रसार किया तो वहीं यहां पर भाजपा विधायक सुदेश राय, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय सहित भाजपा के अन्य नेताओं ने भी जोर लगाया। चुनावी प्रबंधन भी तगड़ा किया, लेकिन इस बार न तो नेताओं की साख काम आई और न ही कोई चुनावी प्रबंधन काम आया। सीहोर नगर पालिका वार्ड 30 में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय बन गया था। इस त्रिकोणीय मुकाबले में निर्दलीय प्रत्याशी इशरत इरशाद पहलवान ने भाजपा-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के मुंह से यह सीट छीन ली और चुनाव जीतकर वे पार्षद बन गए।
कांग्रेस पार्षद के निधन से रिक्त हुई थी सीट-
नगर पालिका वार्ड नंबर 30 कांग्रेस पार्षद इरफान बिल्डर के आकस्मिक निधन हो जाने के बाद पद रिक्त हुआ था। इसके बाद यहां पर 11 सितंबर को उपचुनाव हुए। वार्ड क्रमांक 30 के लिए 3 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में थे, जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी आजम लाला, भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी मजहर अज्जू और निर्दलीय प्रत्याशी इशरत इरशाद पहलवान शामिल थे। इस वार्ड में कुल 2643 मतदाता हैं, जिनमें से 1811 मतदाताओं ने वोट डाले थे। निर्दलीय महिला प्रत्याशी इशरत जहां को 909 वोट मिले, दूसरे नंबर पर भाजपा के मुजीब खान को 467 और कांग्रेस के आजम लाला को 413 वोट मिले। इस तरह इशरत जहां अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 442 मतों से विजयी रहीं। बता दें कि नगर पालिका रविंद्रनाथ टैगोर वार्ड के पार्षद पद के उपचुनाव के लिए हुए मतदान में कुल 68.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसमें कुल 1811 मतदाताओं ने मतदान किया। इसमें 943 पुरुष मतदाता और 868 महिला मतदाताओं ने मतदान किया। वार्ड क्रमांक 30 के मतदान के लिए कुल 3 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ, जिसमें मतदान केंद्र क्रमांक 91 शास्त्री स्मृति विद्या मंदिर हाई सेकेंडरी स्कूल मेवातीपुरा पर 60.53 प्रतिशत, मतदान केंद्र क्रमांक 92 नवीन शासकीय माध्यमिक शाला भवन सिपाहीपुरा कक्ष क्रमांक 01 पर 68.13 प्रतिशत एवं मतदान केंद्र क्रमांक 93 नवीन शासकीय माध्यमिक शाला भवन सिपाहीपुरा कक्ष क्रमांक 02 पर 78.89 प्रतिशत मतदान हुआ था।
चुनावी प्रबंधन नहीं आया काम –
भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव को पूरी तैयारियों के साथ लड़ती है, लेकिन इस बार भाजपा का चुनावी प्रबंधन धराशाही हो गया। सीहोर में भाजपा नेताओं की मजबूत पकड़ के बावजूद भी पार्टी हार गई। सीहोर विधायक सुदेश राय, जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, वरिष्ठ नेता सन्नी महाजन, पूर्व जिलाध्यक्ष सीताराम यादव, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति के बावजूद भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि यह वार्ड पहले से ही कांग्रेस पार्टी के पास था, लेकिन कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति भी यहां पर काम नहीं आई। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने यहां पर कोई चुनावी प्रभारी भी नियुक्त नहीं किया था। कांग्रेस का चुनावी प्रबंधन भी कमजोर साबित हुआ। इधर निर्दलीय प्रत्याशी इशरत इरशाद पहलवान की साफ-सुथरी छवि उनकी जीत में अहम कड़ी साबित हुई।
इन्हें मिले इतने वोट –
कांग्रेस प्रत्याशी- 413
भाजपा प्रत्याशी- 467
निर्दलीय प्रत्याशी- 909
नोटा – 22
इनका कहना है-
भारतीय जनता पार्टी हर चुनाव को पूरी तैयारियों के साथ लड़ती है। चूंकि वार्ड नंबर 30 पहले से ही कांग्रेस पार्टी का वार्ड रहा है। भाजपा दूसरी पोजीशन लाने में कामयाब हुई है। हार की समीक्षा भी करेंगे।
– सुदेश राय, भाजपा विधायक, सीहोर
सीहोर के वार्ड नंबर 30 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है। यह वार्ड कांग्रेस का था, लेकिन इस बार निर्दलीय प्रत्याशी ने यहां से जीत दर्ज कराई है। कांग्रेस पार्टी हार की समीक्षा करेगी।
– पंकज शर्मा, जिला प्रवक्ता एवं पूर्व महासचिव कांग्रेस, सीहोर
जिलाध्यक्षों ने नहीं उठाया फोन –
इस संबंध में चर्चा करने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय एवं कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव गुजराती को भी उनके मोबाइल पर फोन लगाया, लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी।