बोरिस जॉनसन की कुर्सी खतरे में,करना होगा विश्वास मत का सामना
लंदन
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) की कुर्सी जाने की अटकलें तेज हो गई हैं. उनके पीएम पद पर बने रहने को लेकर संदेह की स्थिति बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के 40 से ज्यादा सांसदों ने अपने ही पीएम के इस्तीफे की मांग की है.
दरअसल, बोरिस पर आरोप लगा है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच 19 जून, 2020 को जॉनसन 56 साल के हुए थे. इस दौरान डाउनिंग स्ट्रीट में जॉनसन की पत्नी कैरी द्वारा पार्टी का आयोजन किया गया था. आरोप है कि इस कार्यक्रम में करीब 30 लोग शामिल हुए थे. लेकिन उस वक्त कोरोना लॉकडाउन लागू था, और कार्यक्रमों में दो से अधिक लोगों के शामिल होने की अनुमति नहीं थी. इस पूरे विवाद को पार्टीगेट घोटाला नाम दिया गया.
कोरोना प्रतिबंधों के वक्त डाउनिंग स्ट्रीट में कैबिनेट रूम में हुई पार्टी को लेकर बोरिस जॉनसन, उनकी पत्नी समेत कई लोगों पर जुर्माना लगाया गया था. जॉनसन ने पहले कहा था कि डाउनिंग स्ट्रीट में सरकारी गाइडलाइन का पालन किया था. इससे पहले यूके पीएम बोरिस जॉनसन की पत्नी कैरी जॉनसन ने पुष्टि की थी कि उन्होंने इस मामले में जुर्माना भरा है और माफी मांगी है. लेकिन इसके बाद भी उनकी कुर्सी खतरे में है. बोरिस के इस्तीफे मांग लगातार तेज होती जा रही है.
इसी बीच वेकफील्ड में आगामी 23 जून को होने वाले उपचुनाव से पहले एक मतदाता सर्वे भी सामने आया है. जिसके अनुसार पार्टीगेट स्कैंडल मामले के चलते कंजर्वेटिव पार्टी तकरीबन 20 फीसदी के अंतर से यह इलेक्शन हार भी सकती है. माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में लेबर पार्टी को काफी समर्थन मिल सकता है. ऐसे में ये नतीजे बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की मांग को और मजबूत कर सकते हैं.