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अमेरिका में खतरनाक होता जा रहा है मंकीपॉक्स, पहली बार बच्चों में फैला संक्रमण, मचा तहलका

वॉशिंगटन
 संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार दो बच्चों में मंकीपॉक्स के की पहचान की गई है और यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने शुक्रवार को बच्चों में मंकीपॉक्स मिलने की पुष्टि कर दी है। सीडीसी ने कहा है कि, दो मामलों की पुष्टि की गई है और ये दोनों मामले घरेलू प्रसार की वजह से हुए हैं। एक मामला एक बच्चे का है, जो कैलिफोर्निया का निवासी है। वहीं, दूसरा एक शिशु है, जो अमेरिका का रहने वाला नहीं है। वहीं अब सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी जांच कर रहे हैं, कि ये बच्चे मंकीपॉक्स से कैसे संक्रमित हुए हैं?
 
बच्चों की कैसी है स्थिति?
सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मंकीपॉक्स से संक्रमित हुए दोनों बच्चों की स्थिति अभी ठीक है और उन्हें टेकोविरिमैट या टीपीओईओक्स नामक एक एंटीवायरल दवा दिया गया है, जिसे सीडीसी 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसा करता है, क्योंकि, उनके संक्रमित होने का ज्यादा खतरा बना रहता है। मई में मंकीपॉक्स का प्रकोप शुरू होने के बाद से अभी तक देखा गया है कि, ज्यादातर मामले समलैंगिक लोगों में हो रहे हैं, खासकर ऐसे पुरूषों में, जो पुरूषों के साथ शारीरिक संबंध बना रहे हैं। लेकिन, डॉक्टरों का कहना है कि, त्वचा से त्वचा के निकट संपर्क के माध्यम से भी लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। वहीं, बच्चों के मामले में, एजेंसी ने कहा कि, इसमें "बच्चों को गोद लेना, गले लगाना, उन्हें खिलाना, साथ ही तौलिये, बिस्तर, कप और बर्तन जैसी साझा वस्तुओं के संपर्क में आने से वो संक्रमित हो सकते हैं।"
 
बच्चों के लिए अलग से मंकीपॉक्स का टीका
सीडीसी ने कहा है कि, स्पेशल एक्सपेंड यूज प्रोटोकॉल माध्यम से बच्चों के लिए जीनियस मंकीपॉक्स टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। एजेंसी ने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं के लिए बच्चों और किशोरों में मंकीपॉक्स की पहचान, उपचार और रोकथाम के बारे में नया मार्गदर्शन भी विकसित किया है। सीडीसी के उप निदेशक डॉ जेनिफर मैकक्विस्टन ने शुक्रवार को कहा कि, बच्चों के संक्रमित होने के मामले आश्चर्यजनक नहीं हैं और अमेरिका को और अधिक प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि, हमारे पास जैसा सोशल नेटवर्क है, उसमें किसी इंसान के लिए किसी संक्रमित के संपर्क में आने के बहुत सारे स्रोत हैं और चूंकी मंकीपॉक्स भी सोशल नेटवर्क से ही फैल रहा है, लिहाजा हमें सतर्क और सावधान रहना चाहिए और मंकीपॉक्स को लेकर रिस्पांस करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि, "मुझे पता है कि यूरोप और अन्य जगहों पर भी, जहां इसका प्रकोप बढ़ रहा है, वहां बच्चों और महिलाओं में मंकीपॉक्स देखने को मिल रहे हैं और अमेरिका में भी बच्चों में इस बीमारी से संक्रमित बच्चों के मिलने की उम्मीद थी।

 

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