यूक्रेन ने अब तक 1000 रूसी टैंकों को तबाह किया-राष्ट्रपति जेलेंस्की

कीव
यूक्रेन में 24 फरवरी को शुरू हुए रूसी हमलों का आज 67वां दिन है और दोनों ही सेनाओं के बीच दोनबास इलाके में भीषण लड़ाई जारी है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि इस जंग में अब तक 1000 रूसी टैंकों को तबाह किया जा चुका है। इसके अलावा रूसी सेना के करीब 200 विमान और लगभग 2500 हथियारबंद वाहन भी यूक्रेनी सेना ने बर्बाद कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस भारी नुकसान के बाद भी रूसी सेना के पास इतने हथियार हैं कि वह अतिरिक्त हमले कर सकती है।
जेलेंस्की ने कहा, 'निश्चित रूप से हमलावरों के पास अभी भी भंडार में हथियार मौजूद हैं। हां, उनके पास अभी भी हमारे इलाके में हमला करने के लिए मिसाइल है। लेकिन इस युद्ध ने रूस को बहुत हद तक कमजोर कर दिया है। उन्हें अब मास्को में परेड के लिए कम हथियारों के साथ काम चलाना होगा।' रूसी सेना 9 मई को विक्ट्री डे परेड मनाने जा रही है। इस परेड को जर्मन सेना के द्वितीय विश्वयुद्ध में सोवियत संघ के समक्ष सरेंडर की याद में मनाया जाता है।
रूस के 7 हजार से लेकर 15 हजार सैनिक मारे गए: नाटो
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि रूस ने हमले के बाद से 23000 सैनिकों को अब तक खो दिया है। हालांकि उनके इस दावे की अभी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है। रूस ने जंग में मौतों का आंकड़ा बहुत कम दिखाया है जिसे विश्लेषक बहुत कम मान रहे हैं। नाटो के सैन्य अधिकारियों का मानना है कि इस जंग में रूस के 7 हजार से लेकर 15 हजार सैनिक मारे गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों का भी मानना है कि लगभगर इतने ही रूसी सैनिक मारे गए हैं।
इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर ‘कुछ ही दिनों के भीतर’ एक ‘चौतरफा युद्ध’ की घोषणा करने के लिए तैयार हैं, ताकि मास्को आबादी की एक सामान्य लामबंदी शुरू कर सके। रूसी स्रोतों और पश्चिमी अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है। द डेली मेल ने बताया कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया, जिसे पुतिन ने ‘विसैन्यीकरण और डी-नाजि़फाई’ करने के लिए ‘विशेष सैन्य अभियान’ कहा और ‘युद्ध’ शब्द के इस्तेमाल पर रोक लगा दी, यह सोचकर कि यह कुछ हफ्तों में खत्म हो जाएगा।