इस्लामाबाद। पडोसी देश पाकिस्तान में सियासी हलचल बढ गई है। चुनाव 90 दिन के लिए टालने के लिए संसद यानी नेशनल असेंबली बुधवार देर रात कार्यकाल खत्म होने से 3 दिन पहले ही भंग कर दी गई। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बुधवार को ही संसद भंग करने की सिफारिश राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के पास भेजी थी। देर रात राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दे दी। पाकिस्तान के प्रेसिडेंट ऑफिस ने बताया कि प्रधानमंत्री की सलाह पर आर्टिकल 58-1 के तहत संसद को भंग किया गया है। इसके साथ ही अंतरिम यानी केयरटेकर प्रधानमंत्री को नियुक्त कियाा जाएगा। सरकार के आखिरी दिन कैबिनेट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री शाहबाज ने कहा- गठबंधन की सरकार ने अपने हितों को परे कर देश को बचाने के लिए बड़ी कुर्बानी दी है।
तीन दिन में बनानी होगी सहमति
पाकिस्तान के संविधान के अनुसार संसद यदि अपने नियत समय के पहले भंग होती है, जैसा कि अभी हुआ है तो चुनाव कराने के लिए 90 दिन का समय मिलता है, जबकि तय समय पर संसद भंग होने पर 60 दिन में चुनाव कराने होते हैं। अब चुनाव होने तक के लिए अंतरिम प्रधानमंत्री की नियुक्ति की जाएगी। अंतरिम प्रधानमंत्री के नाम पर तीन दिन में सहमति बनानी होगी। निवर्तमान पीएम शाहबाज शरीफ और विपक्ष के नेता राजा रियाज प्रधानमंत्री का नाम तय करने के लिए चर्चा करेंगे। इन दोनों में 3 दिनों के भीतर सहमति नहीं बनी तो मामला संसदीय कमेटी के पास चला जाएगा। अगर यहां भी सहमति नहीं बनी तो इलेक्शन कमीशन फैसला करेगा।