खेल

IND vs SL: बेंगलुरु टेस्ट में दर्शकों की एंट्री में हुआ बदलाव, अब 50 प्रतिशत फैंस देख सकेंगे ‘पिंक बॉल’ टेस्ट

 नई दिल्ली

भारत और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला 12 मार्च से बेंगलुरु में खेला जाना है। इस मैच के लिए पहले 50 प्रतिशत फैंस को मैदान पर जाकर मैच देखने की अनुमति थी, मगर अब कर्नाटका स्टेट एसोसिएशन ने इसमें बदलाव किए हैं। सरकार से अनुमति मिलने के बाद अब बेंगलुरु टेस्ट में 50 की जगह 100 प्रतिशत फैंस को अनुमति देने का फैसला लिया गया है। यह निर्णय टिकट की बढ़ती मांग को देखते हुए लिया गया है।

ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु टेस्ट के लिए टिकटों की बढ़ती मांग को समझते हुए कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन ने सरकार से इसकी मंजूरी मांगी थी। केएससीए के कोषाध्यक्ष विनय मृत्युंजय के अनुसार, पहले दो दिनों में आम जनता के लिए खुले लगभग 10,000 टिकट बिक चुके हैं। बता दें, भारत और श्रीलंका के बीच यह टेस्ट मैच दूधिया रोशनी में पिंक बॉल से खेला जाना है। भारत का यह अपने घर तीसरा डे नाइट टेस्ट होगा। इससे पहले टीम इंडिया बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट खेल चुकी है और दोनों बार टीम इंडिया विपक्षी टीम को धूल चटाने में कामयाब रही है।
 

वहीं बात बेंगलुरु की करें तो अफगानिस्तान के खिलाफ 2018 में यहां आखिरी टेस्ट मैच खेला गया था। उसके बाद अब जाकर इस मैदान को टेस्ट मैच की मेजबानी मिली है। पहले यहां विराट कोहली का 100वां टेस्ट मैच खेला जाना था, मगर बीसीसीआई ने शेड्यूल में कुछ किए थे। सीरीज पर नजर डालें तो मोहाली टेस्ट में टीम इंडिया ने रविंद्र जडेजा के ऑलराउंड परफॉर्मेंस के दम पर श्रीलंका को पारी और 222 रनों के बड़े अंतर से मात दी थी। भारत की नजरें बेंगलुरु टेस्ट जीतकर श्रीलंका का सूपड़ा साफ करने पर होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
"Vind de verraderlijke kip De verborgen adelaar: een verbluffende optische illusie die Slechts 11 Uitdaging voor de slimme geesten: vind alle kerstmannen in de De raadselachtige vreemdeling: alleen een genie zou het antwoord Kan jij de letter O vinden in 11 Alleen een genie vindt Raad binnen 5 seconden Kun jij de ultra-gecompliceerde optische illusie van het woord