Sehore news : कुबेरेश्चर धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब, अफसरों ने भी संभाला मैदान

70 क्विंटल साबूदाने की खिचड़ी के साथ 10 क्विंटल फलहारी लड्डूओं का किया गया वितरण

सीहोर। सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीकी कुबेरेश्वर धाम पर इस समय आस्था का महाकुंभ लगा हुआ है। कुबेरेश्वर धाम पर पंडित प्रदीप मिश्रा के सानिध्य में भव्य रुद्राक्ष महोत्सव एवं शिवपुराण कथा का आयोजन चल रहा है। इस आयोजन में शामिल होने के लिए जहां देशभर से भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है तो वहीं अफसरों ने भी हरदम मैदान संभाल रखा है, ताकि आयोजन में किसी तरह का कोई खलल न पड़े। कुबेरेश्वर धाम पर महाशिवरात्रि के अवसर पर जहां लाखों की तादाद में भक्त पहुंचे तो वहीं अधिकारियों ने भी पहुंचकर निरीक्षण किया। भोपाल संभाग आयुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा कुबेरेश्वर धाम पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर प्रवीण सिंह एवं एसपी मयंक अवस्थी ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया। महाशिवरात्रि के अवसर पर लाखों की तादाद में श्रद्धालु कुबेरेश्वर धाम पहुंचे और कथा का श्रवण किया। कुबेरेश्वर धाम में बनाए गए सभी पांडाल एवं सीहोर सहित आसपास के होटल, सामाजिक धर्मशालाएं भी फुल हो गईं। बड़े वाहनों को तय डायवर्ट रूट से ही निकाला गया, ताकि इससे व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही। कथा के दूसरे दिन पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान और मंत्री विश्वास सारंग भी कुबेरेश्वर धाम पहुंचे और आशीर्वाद लिया। महाशिवरात्रि के अवसर पर 70 क्विंटल साबूदाने की खिचड़ी के साथ 10 क्विंटल फलहारी लड्डूओं का वितरण किया गया।

भगवान शिव सभी प्राणियों के लिए प्रिय एवं पूजनीय, इसलिए भगवान शिव आशुतोष कहलाए : पंडित प्रदीप मिश्रा
सफलता और संतोष दो अलग-अलग चीजें है। आप अपनी मेहनत से सफलता तो प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन संतोष प्राप्त करने के लिए आपको कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। भगवान भोले की भक्ति करने के बाद ही आपको सफलता प्राप्त होगी। आशुतोष का अर्थ शीघ्र प्रसन्न होने वाला होता है। देवों के साथ सभी दानवों ने भी भगवान शिव की स्तुति की है, सभी युगों में दानवों ने कभी भगवान शिव से दुश्मनी नहीं की, न ही भगवान शिव ने दानवों सहित किसी प्राणी के साथ कभी विपरीत भाव रखा। इसलिए भगवान शिव सभी प्राणियों के लिए प्रिय एवं पूजनीय हैं, इसलिए भगवान शिव आशुतोष कहलाए। उक्त विचार जिला मुख्यालय के समीपस्थ चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में जारी सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान शिव महापुराण में शामिल हुए लाखों श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहे। कथा के दौरान पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग, विधायक सुदेश राय, नगर पालिका अध्यक्ष प्रिंस राठौर आदि जनप्रतिनिधि भी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति भगवान शिव के आशुतोष स्वरूप का स्मरण कर भगवान शिव की अर्चना करता है तो उस व्यक्ति के सारे मन के द्वेष समाप्त हो जाते हैं। आज जगत के सभी प्राणियों को भी भगवान शिव के आशुतोष स्वरूप का अनुसरण करना चाहिए। जीवन में जब उलझन पैदा हो रही हो, जीवन मिलने के बाद भी उलझनों में वृद्धि हो रही हो तो मनुष्य को भगवान शिव के आशुतोष नाम का उच्चारण एवं स्मरण करना चाहिए। हर मनुष्य को भगवान को उनके स्वरूप को अपने दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। अपने व्यवसाय, दिनचर्या में जब सेवा एवं सहयोग को जोड़ देंगे तो भगवान शिव जो आपको देंगे उसकी कल्पना आप नहीं कर पाएंगे। आज शिव की दयालुता के कारण यह संसार शिवमय हो गया है। अब तो विदेशों में भी भगवान के मंदिरों का तेजी से निर्माण हो रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री ने विदेश जाकर भगवान के मंदिर पहुंचकर स्थापना की थी। शुक्रवार को महाशिवरात्रि के महत्व का वर्णन करते हुए शिकारी और अन्य पुराणों में वर्णित विचारों का विस्तार से वर्णन करते हुए भगवान शंकर की शिवरात्रि का महत्व बताया कि उन्होंने आगे कहा कि आशु का अर्थ होता है शीघ्र और तोश का अर्थ होता है तुष्ट होने वाला, प्रसन्न होने वाला। भगवान अपने भक्तों की प्रार्थना से तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं, इसलिए उन्हें आशुतोष कहा जाता है। वे मात्र जल से अभिषेक कर देने से ही तुष्ट हो जाते हैं, अधिक कुछ करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। सफलता और संतोष के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए अपने समय को ईश्वर की भक्ति में लगाने का आह्वान लाखों श्रद्धालुओं से किया। घड़ी हम बांधते हैं पर समय को हम नहीं बदल सकते पर व्यक्ति के अच्छे बोल अच्छे विचार, अच्छा कर्म भगवान के प्रति श्रद्धा आपके समय को बदल देता है।
आस्थावान श्रद्धालु जहां पर भी स्थान मिल रहा कथा का श्रवण कर रहे –
शिव महापुराण को लेकर आस्थावान श्रद्धालु लाखों की संख्या में पंडाल में दो दिन पहले से डेरा जमाए हुए हैं। पंडाल समय से पहले ही पैक हो गए हैं। लोगों ने धूप में छतरी और साड़ी डालकर कथा सुनी। 50 एकड़ के ग्राउंड में श्रद्धालु जमे हुए हैं।

पिछले वर्ष से दोगुनी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, समिति और प्रशासन भी सक्रिय –
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि इस बार पिछले वर्ष से दुगनी संख्या में श्रद्धालु भगवान शंकर की पवित्र शिव महापुराण की कथा का श्रवण करने के लिए कुबेरेश्वरधाम पर पहुंचे हैं। इस वर्ष समिति, क्षेत्रवासियों और जिला प्रशासन की सक्रियता के कारण हाईवे आदि पर जाम नहीं लग रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सहायता केन्द्र, स्वास्थ्य के शिविरों के अलावा अनेक स्थानों पर पेयजल, भोजन की व्यवस्था की गई है। इधर पनीर फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठंडाई का वितरण किया जा रहा है। करीब 12 हजार लीटर से अधिक छाछ आदि का वितरण किया जा रहा है। आगे भी यह क्रम जारी रहेगा। इसके अलावा समिति ने अनेक स्थानों पर भोजन-पेयजल की व्यवस्था की है।

भोपाल संभागायुक्त डॉ शर्मा ने कुबेरेश्वर धाम की व्यवस्थाओं का लिया जायजा –
कुबेरेश्वर धाम में शिव महापुराण कथा सुनने आए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का भोपाल संभागायुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा ने जायजा लिया। कलेक्टर प्रवीण सिंह एवं एसपी मयंक अवस्थी ने प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कथा के दौरान क्राउड मैनेजमेंट से लेकर आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संभागायुक्त डॉ शर्मा ने कुबेरेश्वर धाम परिसर में बनाए गए कथा पंडाल, भोजनशाला, मंदिर परिसर, अस्थाई अस्पताल, हेल्थ कैंप, सहायता केन्द्र, पेयजल और यातायात सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। संभागायुक्त डॉ शर्मा ने हेल्थ सेंटर में चिकित्सकों से आने वाले मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध चिकित्सको एवं नर्सिंग स्टाफ तथा दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस आयोजन की व्यवस्था में ड्यूटी कर रहे सभी अधिकारी-कर्मचारियों से कहा कि वे सेवाभाव से अपने दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए की गई सभी व्यवस्थाओं का बेहतर एवं सुचारु रूप से संचालन के निर्देश दिए। संभागायुक्त डॉ शर्मा प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आए। संभागायुक्त डॉ शर्मा ने कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से भेंट कर इस आयोजन के संबंध में विस्तार से चर्चा की। निरीक्षण के दौरान एडिशनल एसपी गीतेश गर्ग, एसडीएम तन्मय वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

कंट्रोल रूम के सुचारू संचालन के लिए अधिकारी-कर्मचारियों की लगाई गई ड्यूटी –
महाशिवरात्रि पर्व को दृष्टिगत रखते हुए कुबेरेश्वर धाम में कंट्रोल रूम पर व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन के लिए उपयंत्रियों एवं उनके अधीनस्थ कर्मचारियों की 5 से 13 मार्च तक ड्यूटी लगाई गई है। व्यवस्था के संचालन के लिए अनुविभागीय अधिकारी पीएस ठाकुर मो 8109391253, उपयंत्री राजेश कुमार गुप्ता मो. 9424485693, स्थल सहायक नर्मदा प्रसाद राय मो. 9827513650 की ड्यूटी सुबह 6 से 12 बजे तक लगाई गई है। इसी प्रकार अनुविभागीय अधिकारी अन्वेष प्रताप सिंह, मो. 8085210148, उपयंत्री जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव मो. 8463013736, प्र.उपयंत्री देवराम वर्मा मो. 9993631157 की ड्यूटी 12 से शाम 6 बजे तक लगाई गई है। उपयंत्री सुधीर कुमार सक्सेना मो. 9893303067, स्थल सहायक मो० मन्सूर मो. 7747894191 की ड्यूटी सायं 6 से रात्रि 12 बजे तक लगाई गई है।

ऑटो चालक को महिला का वीडियो बनाना पड़ा महंगा, हुई जमकर पिटाई –
कुबेरेश्वर धाम पर दर्शन करने के लिए आई एक महिला का सीहोर रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो चालक द्वारा वीडियो बनाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि ऑटो चालक महिला का नहाते हुए वीडियो बना रहा था, तभी किसी ने ऑटो चालक को ऐसी हरकत करते हुए देख लिया। इसके बाद ऑटो चालक की वहां मौजूद लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। ऑटो चालक को इस तरह से पीटा की वह भविष्य में इस तरह गलती कभी नहीं करें। इसके बाद भीड़ ने उसके ऑटो को भी पलट दिया और बाद में उसे आरपीएफ के हवाले कर दिया।

कुबेरेश्वर धाम की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए श्रद्धालु –
कुबेरेश्वर धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था की गई हैं। इन व्यवस्थाओं के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में अधिकारी-कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरे सेवा भाव से लगातार अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं, जिसके चलते सभी व्यवस्थाएं बेहतर ढंग से संचालित हो रही है। कुबेरेश्वर धाम में आने वाले श्रद्धालु प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से न केवल संतुष्ट नजर आए बल्कि उन्होंने इसकी सराहना भी की। कुबेरेश्वर धाम में भरतपुर से आई पुनम बंसल ने बताया कि प्रशासन की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि हमें पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है। कथा स्थल पर लगाए गए पंडाल तक आसानी से पहुंच गए कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई। इसी प्रकार गुजरात से आए मोहन ने बताया कि खाने की व्यवस्था बहुत अच्छी की गई है। भरपेट भोजन मिल रहा है। बिहार से आई रानू ने कहा कि उनका बच्चा उनसे बिछड़ गया था, लेकिन कुछ ही देर में खोया पाया केंद्र की मदद से उनके बच्चा उनको वापस मिल गया। उत्तरप्रदेश से आए धनराज ने बताया कि उनकी तबीयत खराब हो गई थी। कुबेरेश्वर धाम में लगाए गए हेल्थ कैंप में उनको इलाज हो गया जिससे उनकी तबीयत पूरी तरह ठीक हो गई है। गुजरात से बस से आए जयेश ने बताया कि यहां पर पार्किंग की बहुत अच्छी व्यवस्था की गई, जिससे बस पार्किेंग के लिए उनको कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।